GK In Hindi General Knowledge वे कौन से प्रश्न हैं जिनका उत्तर विज्ञान आज भी नहीं दे पाया है : ऐसा माना और कहा जाता है कि दुनिया में जिन अजब गजब सवालों के किसी इंसान के पास नहीं होता उसका जवाब कई बार विज्ञान के पास होता है, लेकिन अगर हम आपसे कहें नहीं ऐसा भी होता है कि उनके पास भी इसका कोई जवाब नहीं होता, तो आपका इस बारे में क्या कहना होगा ! आप जरा एक बात को सोच कर देखिए कि आप बाजार में सब्जी खरीद रहे हैं !
वे कौन से प्रश्न हैं जिनका उत्तर विज्ञान आज भी नहीं दे पाया है | यहां पढ़ें GK In Hindi General Knowledge

अच्छी तरह मोलभाव करने के दौरान आप और वो दुकानदार कही भी फर्श पर गिर कर सो गए हैं ! हम जानते हैं कि आपको ये काफी हैरान करने वाली बात लग रही होगी ! चलिए मान लीजिए आप की शादी है और शादी की रस्मों के दौरान आप सो जाएं ! वो एक दो घंटों के लिए नहीं बल्कि कई हफ्तों और महीनों या सालों के लिए, तो आपकी शादी की तो बैंड ही बज गई समझिए और अगर यही बात ड्राइविंग करते समय हो जाए तो कितनी खतरनाक हो सकती है !
एक गांव जहां के लोग कहीं भी और कभी भी सो जाते हैं | GK In Hindi
आज हम आपको ऐसे ही एक विदेशी गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां के लोग कभी भी और कहीं भी सो जाते हैं ! हम बात कर रहे हैं कजाकिस्तान के कलाची गांव के बारे में ! यहां ऐसा ही कुछ होता है ! यहां साल 2010 से एक अजीब सी बीमारी फैली है, जिसके चलते इस गांव के लोग कभी भी कहीं भी सो जाते हैं ! अब इस खबर को पढ़ने के बाद आप स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगा सकते हैं ! इस कराची गांव को स्लिपी हेलो ( Sleepy Hallow ) भी कहा जाता है !
वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के अलग-अलग निष्कर्ष | General Knowledge
वहीं इस बारे में कुछ डॉक्टरों की माने तो दिमाग में एक खास तरल की मात्रा बढ़ने पर ये समस्या होती है, लेकिन ये तरल आम इंसान के दिमाग में कैसे बढ़ता है या कुछ ही गांव वासियों के दिमाग में कैसे बढ़ता है और इसका कोई कारण पता नहीं ! कुछ वैज्ञानिकों ने प्रदूषित पानी को भी इसका कारण माना, लेकिन वही बात पानी तो वह सारा गांव पीता है, लेकिन केवल 14% लोग ही इस समस्या से क्यों पीड़ित हैं?
मास्को और प्राग के विशेषज्ञों ने इस पर गहन शोध किया ! उनके अनुसार यहां यूरेनियम की खदानें थी, जिनके रेडिएशन के कारण लोग यहां पीड़ित है ! गौरतलब है ये खदानें साल 1980 में ही बंद की जा चुकी हैं और शोध में भी ये पाया गया कि गांव में रेडिएशन की कोई खास मात्रा है ही नहीं और जितनी है उसका कोई दुष्प्रभाव नहीं और अगर रेडिएशन होता भी तो वह सारे गांव पर असर करता, लेकिन ऐसा नहीं है !
कलाची गांव की यूरेनियम की खदान | GK TOday
कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार कार्बन मोनोऑक्साइड ( Carbon monoxide ) की ज्यादा मात्रा के कारण यहां ऑक्सीजन ( Oxygen ) की कमी है ! इसलिए यहां के लोग गहरी निद्रा में चले जाते हैं, लेकिन ये कारण भी बाद में गलत साबित हुआ ! सरकार ने इस स्लीपिंग डिसऑर्डर ( Sleepin
g disorder ) का पता लगाने के लिए गांव की मिट्टी, हवा ,पानी, खाना, जानवरों और इंसानों पर 20,000 से ज्यादा लैब और क्लीनिकल रिसर्च ( Lab and Clinical Research ) करवाए, लेकिन कोई भी नतीजा नहीं निकला ना ही इस समस्या का कोई कारण पता चला ! साल 2010 से चली ये समस्या अभी तक जस की तस है ! गांव की 14% आबादी इस समस्या से पीड़ित है ! ये लोग मार्केट, थिएटर स्कूल ,पार्क, ऑफिस कहीं भी सो जाते हैं और इन्हें पता भी नहीं होता कि वह सो गए हैं !
इस नींद के साइड इफेक्ट भी हैं |
GK In Hindi General Knowledge वे कौन से प्रश्न हैं जिनका उत्तर विज्ञान आज भी नहीं दे पाया है पता नहीं कितने दिनों के लिए या हफ्तों के लिए कई बार महीनों के लिए लगातार सोते हैं और उन्हें खाने पीने या किसी दूसरी क्रिया की जरूरत महसूस नहीं होती, लेकिन इस नींद के साइड इफेक्ट ( Side effects of sleep ) भी हैं, जब ऐसे लोग नींद से उठते हैं तो कई बार वह बिल्कुल बदल जाते हैं !
उनकी बातें ही अजीब सी हो जाती हैं ! 160 से ज्यादा लोग नींद में ही मर चुके हैं और बहुत सारे कोमा में जा चुके हैं ! वहीं इस बीमारी के चलते वहां के लोगों का व्यवहार हिंसक होता जा रहा है ! यहां तक कि पालतू जानवर भी इस बीमारी से प्रभावित होने लग पड़े ! इस समस्या के चलते अब धीरे-धीरे लोग इस गांव को खाली कर रहे हैं !