Madhya Pradesh : मध्यप्रदेश में भी उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras, Uttar Pradesh) जैसी एक भयावह घटना सामने आई है। इस पूरी घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने प्यारे मियां यौन शोषण कांड (Pyare Miyan sexual assault case) की पीड़िता की मौत को लेकर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़िता की मौत पर दुख जताते हुए कहा है कि बेटी को नहीं बचा पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़िता की मौत की जांच के आदेश एसआईटी से (CM Shivraj handed over investigation of sexual abuse victim to SIT) कराए जाने की बात कही है।
CM Shivraj handed over investigation of sexual abuse victim to SIT : सीएम शिवराज ने लगाई अधिकारियों को फटकार, कहा – बेटी को नहीं बचा पाना दुर्भाग्यपूर्ण
सीएम ने लगाई अधिकारियों को फटकार
प्यारे मियां यौन शोषण कांड की पीड़िता मौत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही उन्होंने पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराने की बात (CM Shivraj handed over investigation of sexual abuse victim to SIT) करते हुए प्रदेश की बेटी की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर उठाए सवाल
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस पार्टी के मध्य प्रदेश अध्यक्ष और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरी घटना को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए प्रदेश की राजधानी में हुई इस घटना को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा। कमलनाथ ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि -“बेहद निंदनीय , बेहद शर्मनाक ….
शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ?
प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियाँ बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं ?
कितनी अमानवीयता , मृत पीडिता को उसके घर तक नहीं जाने दिया ,
उससे अपराधियों जैसा व्यवहार ?”
बेहद निंदनीय , बेहद शर्मनाक ….
शिवराज सरकार में भांजियाँ कही भी सुरक्षित नहीं ?
प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियाँ बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं ?
कितनी अमानवीयता , मृत पीडिता को उसके घर तक नहीं जाने दिया ,
उससे अपराधियों जैसा व्यवहार ?— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 22, 2021
नींद की गोलियां खाने से पीड़िता की मौत
जानकारी के लिए बता दें कि प्यारे मियां यौन शोषण मामले की नाबालिक बेटी ने नींद की गोलियां खा ली थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh police) ने उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना की तरह भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अस्पताल से बच्ची के शव को श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। इस पर परिवार वालों का कहना है कि वह अपनी बेटी के शव को घर ले जाना चाहते थे और सम्मान पूर्वक उसकी विदाई करना चाहते थे, मगर प्रशासन ने नहीं करने दिया। पीड़िता की मां एवं परिजनों ने कहा कि वह अपनी बेटी के शव का घर पर इंतजार करते रहे मगर उन्हें उनकी बेटी के अंतिम दर्शन तक नसीब नहीं हुए।